
उत्तर प्रदेश में चुनाव अभी पौने दो साल दूर, लेकिन कांग्रेस ने पहले ही घंटा बजा दिया है — वो भी जातीय सम्मेलन वाला। अब कोई ‘गरीबी हटाओ’ नहीं, अब नारा है – “भाजपा का वोटबैंक हटाओ, जाति से पटाओ!”
कांग्रेस को याद आया पुराना ‘OBC-Dalit-मुस्लिम’ तड़का
90 के दशक में मंडल-कमंडल में फंसी कांग्रेस को अब एहसास हो गया है कि “हमार सर्वजन नीति त सर्वनाश बना दिहलस!”
तो अब पार्टी ने फॉर्मूला निकाला है –“Non-Yadav OBC + Non-Jatav Dalit + PDA = VVIP जीत”
कांग्रेस की नई योजना:
मौर्य, निषाद, बिंद, कुर्मी, धोबी, कोरी, पासी…मतलब – सिर्फ यादव-चुहिया नहीं, अब पूरा चूहा-दल मैदान में!
BJP का फार्मूला, कांग्रेस का कॉपी-पेस्ट
जिस जातीय गणित से BJP ने 2014 में वनवास खत्म किया था, अब कांग्रेस उसी कैलकुलेटर से BJP का रिजल्ट बदलना चाहती है।
BJP बोले: “Copycat!”कांग्रेस बोले: “Caste-cat!”जनता बोले: “Script तो मस्त है, अब Acting भी देखेंगे!”
2024 में मिली 6 सीट की ‘वाइब’ से बना 2027 का ‘प्लान’
2024 में INDIA ब्लॉक के टिकट पर 6 सीट जीतकर कांग्रेस को अपने Instagram Bio में “Active in UP” लिखने का हक़ मिला।
अब सपा का PDA फार्मूला, राहुल गांधी का संविधान नैरेटिव, और BJP का खिसकता बेस — तीनों को जोड़कर कांग्रेस ‘2027 का टॉपर’ बनना चाहती है।
यादव-मुस्लिम वोट सपा के भरोसे, बाक़ी के लिए सम्मेलन का ‘सेमिनार-राज’
कांग्रेस मान चुकी है कि Yadav + Muslim = Akhilesh का विषय है।

इसलिए अब राहुल बाबा ने सोचा:
“बाकी सब जाति हमरे नाम! सम्मेलन शुरू!”
15 जातियों का 15 दिन का सम्मेलन, बुलेटिन बोर्ड पे लाइन से लिखा है – “आज का टारगेट: बिंद समाज”
“कल: पासी पर चर्चा”“परसों: निषाद विद्रोह दिवस”
राहुल गांधी की समस्या या कांग्रेस का समाधान?
भाजपा बोले:
“कांग्रेस के पास ना संगठन है, ना नेता – बस राहुल गांधी है।”
कांग्रेस बोले:
“हमरे पास राहुल बाबा हैं, वही काफी हैं!”
सम्मेलन में कुर्सी कम, जाति लिस्ट जादा
समोसा गर्म, मुद्दा ठंडा
भाषण में ‘संविधान’ हाईलाइट, लेकिन सवाल ये —
“जितबs कहवाँ से, बाबू जी?”
2027 का UP चुनाव अब साफ-साफ जाति के नाम पर लड़ा जाएगा।
BJP बोले: विकास
कांग्रेस बोले: सामाजिक न्याय
सपा बोले: PDA
जनता बोले: “हमके रोजगार चाही, ना कि जाति वाला भंडारा!“
पवन सिंह के “पॉलिटिक्स रिटर्न्स”: NDA बोले – भइया, अबकी गलती ना होई!